मठरी हो या नमक पारा यह चाय के साथ खाने में बहुत अच्छे लगते हैं और यह मठरी को ज्यादातर लोग मैदे से बनाते है। लेकिन एक बार इस तरीके से आप गेहूं के आटे और आलू से मठरी बना करके देखिए यह रेसिपी आपको बहुत ही पसंद आएगा। इसे बनाना जितना आसान है यह खाने में भी उतना ही अच्छा लगता है। यह मठरी आप एक बार बनाकर महीने भर तक स्टोर करके जब चाहे तब खा सकते हैं।

Ingredients सामाग्री –

  • Wheat flour गेहूं का आटा – 250 gm
  • Chaat masala चाट मसाला – 1 tsp
  • Kalonji कलौंजी – 1 tsp
  • Salt नमक- 1/2 tsp
  • Red chilly flakes कुटी हुई लाल मिर्च – 1 tsp
  • Ajwain अजवाइन – 1 tsp
  • Semolina सूजी – 1 tbsp
  • Oil तेल – 1 tbsp
  • Boiled potato उबले आलू – 1
  • Some coriander leaves कुछ हरी धनिया पत्ती

मठरी बनाने की विधि (How to make Mathari Recipe) –

  • मठरी बनाने के लिए सबसे पहले एक बड़े बर्तन में एक कप गेहूं का आटा, एक छोटी चम्मच चाट मसाला, एक छोटी चम्मच कलौंजी, एक छोटा चम्मच अजवाइन, एक छोटी चम्मच कुटी हुई लाल मिर्च, आधी छोटी चम्मच नमक स्वादानुसार, एक बड़े चम्मच सूजी और एक बड़े चम्मच तेल को डालकर सारे चीजों को आटे में अच्छे से मिलाएं।
  • इसके बाद अब आटे में एक उबले आलू को अच्छे से कद्दूकस करें और फिर इसमें थोड़ा सा बारीक कटा हुआ हरा धनिया और जरुरत के अनुसार थोड़ा सा पानी डालकर आटे में अच्छे से मिलाते हुए मठरी के लिए हल्का सख्त आटा गूंथ कर तैयार कर लीजिए।
  • आटे को गूंथने के बाद अब इसे सेट होने के लिए लगभग 5 मिनट के लिए ढककर एक किनारे रख दीजिए।
  • लगभग 5 मिनट के बाद अब आटे को एक बार फिर से मसलते हुए से चिकना करें और फिर मठरी के लिए इसमें से एक बड़े साइज का लोई काटें।
  • इसके बाद बोर्ड या चकले पर थोड़ा सा सूखा आटा लगा कर इस पर लोई को रखें और फिर इसे बेलन से आलू के पराठे जितना मोटा लेयर(परत) में बेल लीजिए।
  • लोई को बेलने के बाद अब इसके ऊपर से कांटे वाले चम्मच से धंसाते हुए चारों तरफ से निशान लगाएं, जिससे मठरी तलते समय फुलने ना पाए।
  • इसके बाद किसी छोटे ढक्कन से इसका आप अपने हिसाब से छोटे-छोटे मठरी काट लीजिए।
  • अब मठरी को फ्राई करने के लिए कड़ाही में तेल को हल्का गर्म कर लीजिए।
  • तेल गरम होने के बाद अब इसमें पूरे मठरी को डालकर मध्यम आंच पर बराबर चलाते हुए इसे ऊपर से अच्छे से सुनहरे रंग में होने तक फ्राई कर लीजिए।
  • मठरी को फ्राई करने के बाद इसे पहले अच्छे से ठंडा होने के लिए रख दें और फिर मठरी ठंडा होने के बाद इसे आप किसी जार में स्टोर करके तीन से चार सप्ताह तक आराम से चाय के साथ या बिना चाय के वैसे भी खा सकते है या फिर आप इसे सफर में भी आराम से ले जा सकते हैं।

सुझाव (Suggestion)-

  • मठरी बनाते समय ध्यान रखें कि इसे आप जब भी फ्राई करें तो मध्यम आंच पर ही फ्राई करें, क्योंकि अगर आप इसे तेज़ आंच पर तलेंगे तो मठरी अंदर तक अच्छे से फ्राई नहीं हो पाएंगे और यह खस्ते भी नहीं बनेंगे।
1 Star2 Stars3 Stars4 Stars5 Stars (42 votes, average: 3.12 out of 5)
Loading...